क्या एयर Conditioner और रेफ्रिजरेटर का Leakage चेक करने के लिए NITROGEN जरूरी है
एसी और फ्रिज में लीकेज चेक करने के लिए नाइट्रोजन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है इसे पहले हम समझ लेते हैं
एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर में लीकेज चेक करने के लिए आप नाइट्रोजन का भी यूज कर सकते हैं रेफ्रिजरेंट का भी यूज कर सकते हैं वर्कशॉप कंप्रेसर का भी यूज कर सकते हैं उसमें कोई भी दिक्कत नहीं है कोई भी परेशानी नहीं होने वाली है लेकिन नाइट्रोजन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है इसे समझ लीजिए
लिखे जो चेक करने के लिए नाइट्रोजन का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि नाइट्रोजन का प्रेशर बहुत ज्यादा होता है इसलिए नाइट्रोजन का यूज किया जाता है बहुत बारीक से बारीक अगर लीकेज होता है तो बहुत ही आसानी से पकड़ में आ जाता है इसलिए नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया जाता है और अगर वहीं पर रेफ्रिजरेंट का यूज़ किया जाए या फिर वर्कशॉप कंप्रेसर का यूज़ किया जाए तो उसमें उसका प्रेशर बहुत ज्यादा नहीं होता है इसलिए लीकेज चेक करने में बहुत मुश्किल होती है अगर बारी क्लिकर्स होता है तो वहां पर पकड़ में नहीं आता है इसलिए नाइट्रोजन का यूज किया जाता है
लिकेज जो टेस्ट करने का तरीका
एयर कंडीशनर या रेफ्रिजरेटर का लीकेज चेक करना बहुत आसान होता है जैसे कि सिस्टम में आप कंप्रेसर चेंज कर रहे हो या फिर कहीं लीक पहले से था उसे बंद कर रहे हो ब्रेजिंग करने के बाद लीकेज चेक करना होता है चाहे कुल इंक्वायरी चेंज कर रहे हो कर रहे हो कैपिलरी चेंज कर रहे हो या फिर ड्रायर फल्टर चेंज कर रहे हो या फिर कंडेनसर चेंज कर रहे हो
तो वहां पर लिखे से चेक करने की आवश्यकता पड़ती है लीकेज चेक करने के लिए जिस जिस तरह से रेफ्रिजरेंट चार्ज किया जाता है उसी तरह से नाइट्रोजन को भी चार्ज करना होता है सिस्टम में नाइट्रोजन की जगह आप वर्कशॉप कंप्रेसर से भी प्रेशर दे सकते हैं या फिर रेफ्रिजरेंट का प्रेशर दे सकते हैं उसके बाद आप पर साबुन के झाग से स्पंज लेकर आपको लीकेज चेक करना है अगर जहां भी लिखे जो होगा वहां पर बुलबुले निकलेंगे
अगर बुलबुले नहीं निकलते हैं तो फिर समझ लीजिए कि सिस्टम लीकेज नहीं है आप उसमें गैस चार्ज कर सकते हैं अगर वहां पर बुलबुले निकलते हैं तो आपको फिर से लीकेज रिपेयर करने की जरूरत होती है
0 Comments